तारीख: 1 अगस्त 2025
‘Dhadak 2‘ एक ऐसी फिल्म है जो सिर्फ़ प्यार की बात नहीं करती, बल्कि समाज के उस दर्द को भी दिखाती है, जिसे लोग अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं – जात–पात का भेदभाव।
इस फिल्म में सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी ने लीड रोल निभाया है। दोनों की जोड़ी एकदम सच्ची लगती है। कहानी एक ऐसे लड़के-लड़की की है जो एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं, लेकिन समाज में फैली जात-पात की सोच उनके प्यार के रास्ते में दीवार बन जाती है।
अगर आप फिल्में सिर्फ टाइम पास के लिए नहीं, कुछ सोचने और समझने के लिए देखना चाहते हैं – तो धड़क 2 एक बार ज़रूर देखिए।
📖 कहानी क्या है?
नीलेश (सिद्धांत) एक गरीब जाति का लड़का है और विधि (तृप्ति) ऊँची जाति की लड़की। दोनों पढ़ाई करते हैं, साथ में वक्त बिताते हैं और धीरे-धीरे प्यार हो जाता है। लेकिन जब ये बात उनके घरवालों और समाज को पता चलती है, तब शुरू होती है असली लड़ाई।
फिल्म दिखाती है कि शहरों में दिखने वाला “समानता” का दिखावा, असल में अंदर से कितना खोखला है। चाहे गांव हो या शहर – जात-पात आज भी लोगों के दिल-दिमाग में बैठा हुआ है।
🎭 अभिनय कैसा है?
सिद्धांत चतुर्वेदी ने बहुत ही दमदार रोल किया है। एक कमजोर से लड़के का हिम्मतवाला बनना – उनकी एक्टिंग में साफ दिखता है।
तृप्ति डिमरी ने शांत लेकिन बहुत गहरी लड़की का किरदार निभाया है। उनकी आँखों में दर्द और दिल में हिम्मत – दोनों झलकते हैं।
लोग सोशल मीडिया पर कह रहे हैं – ये दोनों एक्टर्स का अब तक का सबसे बेहतरीन काम है।
💬 फिल्म देखने लायक क्यों है?
इसमें सिर्फ़ लव स्टोरी नहीं है, सामाजिक सच है।
जात-पात, भेदभाव और इंसानियत की बात है।
इमोशनल सीन बहुत असर छोड़ते हैं, कई बार आँसू भी ला सकते हैं।
हालाँकि फिल्म का अंत थोड़ा अचानक लगता है, जैसे कि कहानी अधूरी छूट गई हो। क्लाइमैक्स में थोड़ा और दम होना चाहिए था।
बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट
फिल्म ने पहले दिन करीब 9 लाख रुपए की कमाई की है। शुरूआत धीमी रही, लेकिन लोगों की तारीफों से उम्मीद है कि आगे चलकर अच्छा करेगी।
📝 हमारा निष्कर्ष (Final Review)
धड़क 2 एक ऐसी फिल्म है जो देखने लायक है, खासकर उन लोगों के लिए जो सिर्फ़ एंटरटेनमेंट नहीं, समाज की सच्चाई भी देखना चाहते हैं। प्यार, दर्द और जात-पात की सच्चाई को समझने का ये अच्छा मौका है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी और मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए विचार लेखक के निजी मत हैं। किसी की भावना को ठेस पहुँचाना हमारा उद्देश्य नहीं है।इसमें दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। लेखक किसी भी तथ्य की व्यक्तिगत रूप से पुष्टि करने का ज़िम्मेदार नहीं है।
अनुज यादव DainikBaate.com के संस्थापक हैं। वे न्यूज, टेक, ऑटो, हेल्थ और शेयर मार्केट पर सरल हिंदी में विश्वसनीय जानकारी साझा करते हैं।